O Dhananjaya! There is nothing superior to Me. All this is strung on Me like pearls on a thread.
भगवद्गीता– अध्याय ७, श्लोक ७
मत्त: परतरं नान्यत्किञ्चिदस्ति धनञ्जय |
मयि सर्वमिदं प्रोतं सूत्रे मणिगणा इव ||
अनुवाद: हे धनञ्जय! मुझसे श्रेष्ठ कुछ भी नहीं है. यह सबकुछ मुझमें ऐसे गूंथे हुए है, जेसे धागे में मोति।
O Dhananjaya! There is nothing superior to Me. All this is strung on Me like pearls on a thread.
Bhagavad Gita
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