SHAME AND SHYNESS
Weekly Knowledge 63
London
22 Aug 1996
United Kingdom
SURRENDER - SHAME AND SHYNESS
In surrender the head bends and meets the heart. The head that does not bend has no value, and the head that is stiff will have to bend sometime, either in surrender or in shame.
The head that bends in surrender will never have to bend in shame. Shame accompanies arrogance.
Shyness accompanies Love. See how children are endowed with shyness, that is natural. Shyness is inherent. Shame is inflicted by society and is acquired. Shame brings guilt and shyness adds to oneÒ³ beauty. Retain your shyness and drop your shame.
🌸Jai Guru Dev🌸
साप्ताहिक ज्ञानपत्र ०६३
२२ अगस्त, १९९६
अटलांटिक महासागर, के ३५००० फ़ीट ऊपर
शर्म , शर्मीलापन और समर्पण
समर्पण में सिर झुककर हृदय से मिलता है। जो सिर झुकता नहीं, उसका कोई मूल्य नहीं। जो सिर अकड़कर रहता है , उसको कभी-न-कभी जरूर झुकना ही पड़ता है - चाहे समर्पण में झुके या लज्जावश। और जो मस्तिष्क समर्पण में झुकता है उसे शर्म में कभी नहीं झुकना पड़ता।
घमंड के साथ शर्म आती है। शर्म समाज से प्राप्त होती है , समाज की ही देन है।
प्रेम के साथ शर्मीलापन होता है । देखो बच्चे कैसे शर्माते है- यह उनमे स्वाभाविक होता है।
शर्म अपराध की भावना जगाती है,
शर्मीलापन तुम्हारे सौन्दर्य को बढ़ाता है।
शर्मीलापन बनाये रखो, और शर्म से मुक्त हो जाओ।
🌸जय गुरुदेव🌸
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