On reasoning, cloth is known to be just thread, similarly all this world is self only.॥5॥
तंतुमात्रो भवेदेव
पटो यद्वद्विचारितः।
आत्मतन्मात्रमेवेदं
तद्वद्विश्वं विचारितम्॥२-५॥
जिस प्रकार विचार करने पर वस्त्र तंतु (धागा) मात्र ही ज्ञात होता है, उसी प्रकार यह समस्त विश्व आत्मा मात्र ही है॥५॥
On reasoning, cloth is known to be just thread, similarly all this world is self only.॥5॥
Ashtavakra Gita
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