STEEPED IN MYSTERY IS DEVOTION
Weekly Knowledge 273
Bangalore Ashram
07 Oct 2000
India
STEEPED IN MYSTERY IS DEVOTION
One who is not amazed by the magnificence of this Creation, his eyes are not yet opened. Once your eyes are open, they close and this is called meditation. (Laughter)
Tell me, what in this Creation? Is not a mystery?
Birth is a mystery; death is a mystery.
If both birth and death are mysterious, then life is certainly a greater mystery. Isn't it?
Being completely immersed in the mystery of Life and this Creation is Samadhi.
Your knowing or believing doesn't really matter to what Is.
This Creation is an unfathomable secret, and its mysteries only deepen.
Getting steeped in mystery is Devotion.
The "Scene" is a mystery; the "Seer" is a mystery.
Deepening the mystery of Creation is science.
Deepening the mystery of the Self is spirituality.
They are the two sides of the same coin.
If neither Science nor Spirituality can create wonder and devotion in you, then you are in deep slumber.
Knowledge Tidbits:
When a materialistic person tells you a secret, it will only create doubts and spread malaise.
When a wise or spiritual person tells you a secret, it will uplift your consciousness and spread benevolence
🌻Jai Guru Dev🌻
*Hindi translation*
साप्ताहिक ज्ञानपत्र २७३
७ अकटुबर, २०००
बंगलोर आश्रम, भारत
भक्ति रहस्य में डूबी है
जो मनुष्य इस सृष्टि की विशालता पर विस्मित नही होता उसकी आंखें अभी खुली नही है। एक बार जब तुम्हारी आंखे खुल जाती है, फिर बंद होती है, तो यही ध्यान है। (हंसी)
मुझे बताओ , इस सृष्टि में ऐसा क्या है जिसमे रहस्य नही है। जन्म एक रहस्य है, मृत्यु एक रहस्य है। यदि जन्म मरण दोनो ही रहस्यात्मक है तब निश्चय ही जीवन इससे भी बड़ा रहस्य है।
है ना?
जीवन और इस सृष्टि के रहस्य में पूर्णतः निमग्न रहना समाधि है। अस्तित्व के लिए तुम्हारी मान्यता या समझ का कोई महत्व नही है।
यह सृष्टि एक गुठ रहस्य है, और इसके रहस्यो में असीम गहनता हज। रहस्य में डूबना भक्ति है। दृश्य एक रहस्य है दृष्टि भी एक रहस्य है।
सृष्टि के रहस्य की गहराई उतरना विज्ञान है।
आत्मा के रहस्य की गहराइयों में उतरना अध्यात्म है। ये एक ही सिक्के के दो पहलू है। विज्ञान या आध्यात्मिकता दोनो ही यदि तुम्हारे अंदर विस्मय और भक्ति उत्पन्न नही कर पाए तब तुम गहरी निद्रा में हो।
जब एक सांसारिक व्यक्ति कोई रहस्य बताता हज तो उससे केवल संशय ही उत्पन्न होते है और दुर्भाव फैलता है ।
जब एक आध्यात्मिक या ज्ञानी व्यक्ति कोई रहस्य बताता है तब उससे तुम्हारी चेतना विकसित होती है और परोपकार फैलता है।
🌻जय गुरुदेव🌻Weekly Knowledge #2⃣7⃣3⃣
Bangalore Ashram
07 Oct 2000
India
STEEPED IN MYSTERY IS DEVOTION
One who is not amazed by the magnificence of this Creation, his eyes are not yet opened. Once your eyes are open, they close and this is called meditation. (Laughter)
Tell me, what in this Creation? Is not a mystery?
Birth is a mystery; death is a mystery.
If both birth and death are mysterious, then life is certainly a greater mystery. Isn't it?
Being completely immersed in the mystery of Life and this Creation is Samadhi.
Your knowing or believing doesn't really matter to what Is.
This Creation is an unfathomable secret, and its mysteries only deepen.
Getting steeped in mystery is Devotion.
The "Scene" is a mystery; the "Seer" is a mystery.
Deepening the mystery of Creation is science.
Deepening the mystery of the Self is spirituality.
They are the two sides of the same coin.
If neither Science nor Spirituality can create wonder and devotion in you, then you are in deep slumber.
Knowledge Tidbits:
When a materialistic person tells you a secret, it will only create doubts and spread malaise.
When a wise or spiritual person tells you a secret, it will uplift your consciousness and spread benevolence
🌻Jai Guru Dev🌻
*Hindi translation*
साप्ताहिक ज्ञानपत्र २७३
७ अकटुबर, २०००
बंगलोर आश्रम, भारत
भक्ति रहस्य में डूबी है
जो मनुष्य इस सृष्टि की विशालता पर विस्मित नही होता उसकी आंखें अभी खुली नही है। एक बार जब तुम्हारी आंखे खुल जाती है, फिर बंद होती है, तो यही ध्यान है। (हंसी)
मुझे बताओ , इस सृष्टि में ऐसा क्या है जिसमे रहस्य नही है। जन्म एक रहस्य है, मृत्यु एक रहस्य है। यदि जन्म मरण दोनो ही रहस्यात्मक है तब निश्चय ही जीवन इससे भी बड़ा रहस्य है।
है ना?
जीवन और इस सृष्टि के रहस्य में पूर्णतः निमग्न रहना समाधि है। अस्तित्व के लिए तुम्हारी मान्यता या समझ का कोई महत्व नही है।
यह सृष्टि एक गुठ रहस्य है, और इसके रहस्यो में असीम गहनता हज। रहस्य में डूबना भक्ति है। दृश्य एक रहस्य है दृष्टि भी एक रहस्य है।
सृष्टि के रहस्य की गहराई उतरना विज्ञान है।
आत्मा के रहस्य की गहराइयों में उतरना अध्यात्म है। ये एक ही सिक्के के दो पहलू है। विज्ञान या आध्यात्मिकता दोनो ही यदि तुम्हारे अंदर विस्मय और भक्ति उत्पन्न नही कर पाए तब तुम गहरी निद्रा में हो।
जब एक सांसारिक व्यक्ति कोई रहस्य बताता हज तो उससे केवल संशय ही उत्पन्न होते है और दुर्भाव फैलता है ।
जब एक आध्यात्मिक या ज्ञानी व्यक्ति कोई रहस्य बताता है तब उससे तुम्हारी चेतना विकसित होती है और परोपकार फैलता है।
🌻जय गुरुदेव🌻
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